बॉडी कमजोर होने के चलते मौसम में जरा सा भी बदलाव होने पर ऐसे व्यक्ति सबसे पहले बीमार हो जाते हैं। जो आपकी कमजोरी इम्यूनिटी की ओर इशारा करता है।
दुबले-पतले व्यक्ति की बॉडी में फैट भी कम होता है। जिस वजह से हल्की सी भी चोट लगने पर हड्डियां टूटने का खतरा रहता है।
दुबले- पतले व्यक्तियों को लोग ओवरइटिंग और हर वो चीज़ खाने की सलाह देते हैं। जिसके चलते कई बार ऐसे लोग जंक फूड और तला-भूना खाने लगते हैं। इस वजह से उनकी बॉडी में विसरल फैट बढ़ता है।
कम वज़न वाले व्यक्तियों में ताकत की कमी होती है, जिससे वो थोड़ी-बहुत एक्टिविटीज में ही थक जाते हैं। जिस कारण वो चाहकर भी कई बार एक्सरसाइज वगैरह नहीं कर पाते, इससे और दूसरी समस्याएं घेरने लगती हैं।
दुबले-पतले व्यक्ति को लोग कई तरह के नामों से बुलाते हैं, चिढ़ाते हैं, जिस वजह से उनका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है और कई बार तो लोग अवसाद में भी चले जाते हैं।
महिलाओं के लिए दुबलापन और ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इससे उन्हें प्रेग्नेंसी में काफी परेशानियां आ सकती हैं। महिला के साथ इसका असर होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है। वो भी कुपोषण का शिकार हो सकते हैं।