अमूल एक ऐसा नाम है जो हर किसी की जुबान पर रहता है, इसकी शुरुआत 14 दिसंबर 1946 को गुजरात में सहकारी सोसायटी के रूप में शुरू हुआ।
अमूल के मालिक वर्गीज कुरियन हैं, जिन्हें मिल्कमैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है, हालांकि इनका निधन 9 सितंबर 2012 को हो गया।
देश को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ वर्गीज कुरियन ने किसानों की स्थिति में सुधार के लिए इसकी शुरुआत की थी।
26 नवंबर को डॉ. कुरियन के सम्मान में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन को मनाने की प्रथा 2014 में शुरू हुई थी।
वर्गीज कुरियन कुछ सरल नाम रखना चाहते थे, कर्मचारियों ने अमूल्य नाम सुझाया, जिसका मतलब अनमोल होता है बाद में अमूल नाम चुना गया।
AMUL का पूरा नाम आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड है।
अमूल घी, अमूल पनीर, अमूल चॉकलेट, अमूल छाछ, अमूल आईसक्रीम इसके अलावा बहुत से उत्पाद हैं।