लोग अक्सर नया मोबाइल या कैमरा खरीदने से पहले इस बात का खास ध्यान रखते हैं कि कैमरे कितने मेगापिक्सल का है। लेकिन क्या आप जानते हैं की आपकी आखें कितने मेगापिक्सल की होती हैं?
इंसानी आखें बहुत ही जटिल और दिलचस्प हैं, जिनके जरिए हम सुबह सोकर उठने से लेकर रात को सोने तक न जाने कितनी चीजें देखते हैं।
अगर कैमरे की क्षमता के हिसाब से हम अपनी आखों के बारे में बात करें तो ये हमें 576 मेगापिक्सल तक का दृश्य दिखाती हैं।
हम अपनी आंखों से एक बार में 576 मेगापिक्सल के क्षेत्रफल को देख सकते हैं।
हालांकि, हमारा दिमाग इसे एक साथ प्रोसेस नहीं कर पाता, लेकिन खास बात ये है कि हमें दिखने वाले दृश्य का केवल कुछ हिस्सा ही एकदम साफ हाई डेफिनेशन में दिखता है।
हमारी आंखों की ये क्षमता पूरे जीवन समान नहीं रहती है। उम्र ढलने के साथ ही हमारे देखने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है।
जिस तरह शरीर के बाकी अंग उम्र बढ़ने के साथ-साथ कमजोर हो जाते हैं, उसी तरह बढ़ती उम्र के साथ आंखों का रेटिना भी कमजोर होने लगता है।