सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व होता है। इसकी पूजा करने से धन लाभ के योग बनते हैं। आइए जानते हैं कि कार्तिक मास में तुलसी की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए?
तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास रहता है। रोजाना इस पौधे की पूजा करने से धन से जुड़ी समस्या दूर होने लगती है और व्यक्ति जीवन में तरक्की करता है।
कार्तिक मास में तुलसी के पौधे की पूजा करना बेहद शुभ होता है। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और रुके हुए कार्य होते हैं।
कार्तिक मास में तुलसी की पूजा करते समय 7, 11, 21, 51, या 108 बार परिक्रमा कर सकते हैं। इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगते हैं।
तुलसी की परिक्रमा करते समय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय या ॐ तुलसी माता नमः मंत्र बोलना चाहिए। इस मंत्र को तुलसी की पूजा करते समय भी बोल सकते हैं।
कार्तिक मास में तुलसी की पूजा करते समय श्रृंगार के सामान जैसे सिंदूर, चुनरी और बिंदी आदि चढ़ाना चाहिए। इससे धन लाभ के योग बनते हैं।
आर्थिक तंगी का सामना करने वाले लोगों को तुलसी की पूजा के दौरान परिक्रमा करना चाहिए। इससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
रोजाना तुलसी की पूजा करने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है, जिससे परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही, गृह क्लेश से भी छुटकारा मिलता है।
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