दिल्ली के छतरपुर इलाके में हुई मुंबई की श्रद्धा वालकर की हत्या इन दिनों सुर्खियों में है, गुजरते दिन के साथ हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
आइए जानते है श्रद्धा और आफताब की 'Love Story' का कैसे हुआ खौफनाक 'The End'।
महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली श्रद्धा अपने परिवार के साथ मुंबई के वसई में रहती थी, वह घूमने-फिरने की शौकीन थी, दोस्तों के साथ अक्सर महाराष्ट्र के पहाड़ी इलाकों में ट्रैकिंग के लिए जाया करती थी।
श्रद्धा और आफताब की मुलाकात 2018 में एक डेटिंग एप पर हुई थी और धीरे-धीरे इनकी दोस्ती प्यार में बदल गई।
जब श्रद्धा ने अपने रिलेशनशिप के बारे में अपने माता-पिता को बताया, तो उन्होंने उसे आफताब से दूर रहने के लिए कहा।
माता-पिता के मना करने पर श्रद्धा ने कहा कि वह अब 25 साल की हो गई है, इस लिहाज से उसे अपने फैसले लेने का अधिकार है, यह कहकर उसने घर छोड़ दिया।
श्रद्धा के घर छोड़ने के बाद दोनों लिव-इन में रहने लगे, श्रद्धा कॉल सेंटर में काम करती थी जबकि होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुका आफताब फूड ब्लॉगर का काम करता था।
वक्त बीतने के साथ आफताब और श्रद्धा के बीच मतभेद होने लगे, आफताब श्रद्धा के साथ मारपीट करने लगा।
आफताब हमेशा श्रद्धा को ब्लैकमेल करता था, जान से मारने और आत्महत्या करने की धमकी देता था।
साल 2019 में मां की मौत पर घर गई थी श्रद्धा और उसने अपने पिता को बताया कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है, पिता के मना करने के बावजूद फिर आफताब के पास लौट आई।
इससे नाराज होकर श्रद्धा के पिता ने उससे बात करना बंद कर दिया लेकिन उसके दोस्तों से पूछते रहते थे, काफी दिन तक बेटी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर वह घबरा गए और पुलिस की मदद ली।
अक्टूबर 2022 में आफताब पूनावाला को इस मामले में पूछताछ के लिए मुंबई बुलाया गया था फिर 3 नवंबर को पुलिस ने उससे दोबारा पूछताछ की।
आफताब ने मुंबई पुलिस को बताया कि 22 मई को झगड़े के बाद श्रद्धा ने दिल्ली के छतरपुर स्थित फ्लैट छोड़कर चली गई, इसके बाद उससे कोई बात नहीं हुई है।
8 नवबंर को मामले की जांच के लिए मुंबई पुलिस दिल्ली पहुंची, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की जिसके बाद आफताब के झूठ का पर्दाफाश हो गया।
आफताब के पास अब पुलिस के सवालों का जवाब नहीं था, वह अपने ही बातों में उलझ चुका था, इसी दौरान उसने सच उगल दिया।
आफताब ने दिल्ली पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि उसने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर शव के 35 टुकड़े कर दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।