इन दिनों शारदीय नवरात्रि चल रही है। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा की पूजा, अर्चना की जाती है। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत आदि का पालन करते हैं।
22 अक्टूबर को अष्टमी और नवमी तिथि 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी। अष्टमी और नवमी का दिन बहुत शुभ माना जाता है।
इन दिनों में हवन और कन्या पूजन का विशेष महत्व है। हवन करने की विधि के बारे में बताएंगे।
सुबह जल्दी उठकर स्नानादि क्रियाओं से निवृत्त होकर साफ-सुथरे कपड़े पहनें और फिर हवन कुंड का निर्माण करें।
हवन करते समय पति-पत्नी को साथ में बैठकर हवन करना चाहिए। ऐसा करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं।
हवन के लिए आम की लकड़ी बहुत शुभ मानी जाती है। हवन करते समय आम की लकड़ी और कपूर से अग्नि प्रज्वलित करें।
हवन करते समय सभी देवी-देवताओं का नाम लेकर आहुति करें। ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
हवन करते समय कम से कम 108 बार आहुत अवश्य करें। इससे ज्यादा बार भी आहुति दे सकते हैं।
इस दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। कन्या पूजन करें और फिर कन्याओं को कुछ उपहार दें।
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