ठंड लगने, मौसम में अचानक बदलाव और पर्यावरण के चलते कई बार टॉन्सिल की समस्या हो जाती है। टॉन्सिल गले के दोनों तरफ स्थित लिम्फ नोड्स होता है। टॉन्सिलाइटिस होने पर टॉन्सिल में सूजन और दर्द बढ़ जाता है।
नमक के गरारे करना सबसे असरदार और काफी पुराना उपचार है। इसका असर भी आपको कुछ ही इस्तेमाल के बाद नजर आने लगेगा। गर्म पानी में एक चुटकी नमक मिलाएं और इससे गरारे करें।
एक कप पानी में दो चम्मच मेथी का दाना डालकर हल्का उबाल लें और इस पानी से गरारा करें। दो से तीन दिनों के लगातार इस्तेमाल से आपको टॉन्सिलिटिस में आराम मिल जाएगा।
टॉन्सिल के उपचार में नींबू भी बेहद कारगर उपाय है। ताजे नींबू के रस को गर्म पानी में डालकर उसमें शहद और चुटकी भर नमक मिलाएं। आराम से इसे पिएं। दिन में कम से कम दो से तीन बार पिएं। काफी आराम मिलेगा।
दालचीनी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जिसकी वजह से टॉन्सिल के बैक्टीरिया और माइक्रो ऑर्गेनिज्म को बढ़ने से रोका जा सकता है। दालचीनी के पाउडर को शहद के साथ गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
टॉन्सिल की वजह से होने वाले दर्द को दूर करने के लिए दूध को उबालें और उसमें एक चुटकी हल्दी और चुटकीभर कालीमिर्च का पाउडर मिलाकर रात को सोने से पहले पी लें। जल्द असर के लिए कुछ दिनों तक रोजाना पिएं।