ज्योतिष शास्त्र में मंगल देव का विशेष स्थान है। मंगलवार के दिन मंगल देव की पूजा की जाती है। मंगल देव को साहस और पराक्रम का देव माना जाता है।
वहीं मंगल देव के रुष्ट होने से जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साहस और पराक्रम से जुड़ा कार्य करने के लिए मंगल देव की पूजा करना आवश्यक है।
इसलिए मंगल देव को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। इन मंत्रों का जाप करने से कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होते हैं और सारे काम बनते हैं।
ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम। कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।
ॐ अं अंगारकाय नम: ॐ भौं भौमाय नम:
ॐ हां हंस: खं ख: ॐ हूं श्रीं मंगलाय नम: ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:
ॐ क्षिति पुत्राय विदमहे लोहितांगाय धीमहि-तन्नो भौम: प्रचोदयात।
इन मंत्रों के साथ ही मंगल स्तोत्र का भी पाठ जरूर करें, ऐसा करने से कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होती है।
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