अक्सर लोग सामने वालों को पहचान नहीं पाते हैं और मित्रता कर बैठते हैं। आइए जानते हैं कि साइकोलॉजी के अनुसार किसी की पर्सनैलिटी कैसे पहचान सकते हैं?
किसी भी व्यक्ति को उसके हाव-भाव और नजर से पहचान सकते हैं। किसी से मित्रता करने से पहले उसे अच्छी तरह पहचानना जरूरी होता है।
अगर आप किसी से बात कर रहे हैं और वह व्यक्ति आपसे नजर मिलाकर बात कर रहे हैं तो समझ जाइए कि वह आपकी बातों को ध्यान से सुन रहा है।
कई लोग बात करते समय पलक झपकते हैं। ऐसे लोगों की आपसे बात करने की दिलचस्पी नहीं होती है। ये लोग किसी और विषय के बारे में सोचते रहते हैं।
अगर आपके सामने वाला भौंहों में बदलाव करके बाद कर रहा है तो समझ जाइए कि वह खुद को आपसे ऊपर दिखाने का प्रयास कर रहा है।
जो लोग अपनी भौंहों को नीचे करके बात करते हैं, वह अपनी बारे में या आपकी बातों के बारे में गहराई से जानने की इच्छा रखे हैं। ऐसे लोग थोड़ा शक्की किस्म के होते हैं।
अगर कोई व्यक्ति आपको छिपकर देख रहा है और आपके देखने पर वह नजर को चुरा ले रहा है तो समझ जाइए कि वह आपको पसंद कर रहा है।
कभी भी ऐसे इंसान से दोस्ती नहीं करना चाहिए जो आपके बारे में गलत सोचते हों। ऐसे लोग आपसे स्वार्थ सिध्द करने के लिए मित्रता करते हैं।
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