इस महापर्व की शुरूआत हो चुकी है। चार दिन तक चलने वाले इस त्योहार की शुरूआत 17 नवंबर से हुई थी। स्वच्छता के प्रतीक इस पर्व का विशेष महत्व है।
यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है।
छठ पूजा के लिए कुछ जरूरी सामग्री की आवश्यकता होती है। इस सामग्री के बिना छठ पूजा अधूरी मानी जाती है।
छठ पूजा का प्रसाद रखने के लिए दो टोकरी खरीदें और व्रत से पहले साड़ी या धोती खरीदें।
सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए पीतल का पात्र अवश्य खरीदें, इसके अलावा एक सेट गिलास, लोटा और थाली खरीदें।
छठ पूजा में नारियल का विशेष महत्व होता है। पूजा से पहले पानी वाला नारियल खरीदें। इसके साथ ही पत्ते सहित पांच गन्ने के डंठल खरीदें।
पूजा के लिए 1 दर्जन दीपक खरीदें और साथ ही कुमकुम, रोली, सिंदूर, लकड़ी की चौकी, केले के पत्तों का प्रबंध करें।
पूजा के लिए केला, सेब, सिंघाड़ा खरीदें, साथ ही हल्दी,.मूली और अदरक का पौधा खरीदें। शकरकंद, सुपारी, सुथनी, मिठाइयां खरीदें।
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