कहा जाता है कि पॉजिटिव बने रहने के लिए और जिंदगी को आसान बनाने के लिए हमारे चेहरे पर मुस्कान बनी रहनी चाहिए।
हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो बाहर से बेशक मुस्कुरा रहे होते हैं लेकिन अंदर से वह उदास होते है।
ऐसी स्थिति को स्माइलिंग डिप्रेशन कहा जाता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
स्माइलिंग डिप्रेशन एक प्रकार का डिप्रेशन है, जिसमें व्यक्ति बाहर से तो खुश दिखता है, लेकिन असल में अंदर से दर्द का अनुभव कर रहा होता है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि स्माइलिंग डिप्रेशन व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त चिकित्सा स्थिति नहीं है, इसलिए इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
स्माइलिंग डिप्रेशन व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
स्माइलिंग डिप्रेशन वाले लोगों में आत्महत्या का खतरा और भी अधिक हो सकता है क्योंकि वे दर्द से उबरने के आदी होते हैं।
स्माइलिंग डिप्रेशन के प्रमुख लक्षणों में सुस्ती या थकान होना, नींद न आना, वजन और भूख में बदलाव, बेबसी और कम आत्म सम्मान इत्यादि शामिल हो सकते हैं।
जो व्यक्ति स्माइलिंग डिप्रेशन से जूझ रहे हैं ऐसे व्यक्तियों को अपने आस-पास के किसी व्यक्ति के साथ खुलने की जरूरत होती है, जिससे उन्हें काफी मदद मिल सकती है।