यह ऐसा कार्ड होता है, जिसके माध्यम से बिना पैसे के चीजों की खरीदारी कर सकते हैं। हालांकि इसका पेमेंट बाद में करना होता है।
इस कार्ड की कुछ निश्चित सीमा होती है, इस लिमिट के अंदर ही व्यक्ति खरीदारी कर सकता है और महीने की निश्चित तिथि पर इसका भुगतान करना होता है,नहीं तो इस पर पेनाल्टी देनी होती है।
अक्सर लोग क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले कैशबैक, ऑफर्स आदि को देखकर क्रेडिट कार्ड ले लेते हैं, लेकिन इसमें छिपे हिडन चार्जेस भी होते हैं।
क्रेडिट कार्ड लेने पर एक वार्षिक चार्ज लगता है, जब भी नए क्रेडिट कार्ड के लिए एप्लाई करते हैं तो इसके लिए ज्वाइनिंग फीस और मेंटनेंस चार्ज देने होते हैं।
क्रेडिट कार्ड के माध्यम से एटीएम से पैसे निकालने पर शुल्क लगता है। इसलिए क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने को मना किया जाता है। इस पर करीब 2.5 प्रतिशत तक का शुल्क लगता है।
जब क्रेडिट कार्ड का बिल जेनरेट होता है तो उसमें अमाउंट ड्यू और मिनिमम अमाउंट ड्यू लिखा जाता है। अधिकतर लोग मिनिमम अमाउंट ही पे करते हैं, जिस वजह से बची हुई राशि पर ब्याज लगता है। ऐसे में आपको ज्यादा पैसा देना पड़ता है।
अगर मिनिमम अमाउंट का पेमेंट ड्यू डेट से पहले नहीं करते तो क्रेडिट कार्ड पर लेट पेमेंट चार्ज भी लगेगा।
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