हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है क्योंकि 26 जनवरी 1950 को ही देश को पूर्ण रूप से गणराज्य घोषित किया गया था।
26 जनवरी के दिन भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर हर वर्ष परेड और झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है।
इस दिन अलग अलग थीम पर चुनिंदा राज्यों की झांकियों के अलावा कई राज्यों की केंद्र मंत्रालय की झांकियों का भी प्रदर्शन किया जाता है।
झांकियों का चयन रक्षा मंत्रालय करता है, जो कि कला क्षेत्र के विशेषज्ञों की एक कमेटी विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों और विभागों से प्रोपेजल मांगती है।
भारत की सैन्य शक्ति के अलावा भारत की समृद्ध परंपरा और संस्कृति को भी झांकियों के जरिए दिखाया जाता है और विभिन्न राज्यों की अलग-अलग कॉन्सेप्ट की झांकियां मन मोह लेती हैं।
सेना की टुकड़ियों के मार्च के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झाकियों का भी इतिहास रहा है।
साल 1953 में पहली बार 26 जनवरी पर सांस्कृतिक लोक नृत्य की झांकियां देखने को मिलीं, जिनमें अलग-अलग राज्यों के आदिवासी नृत्य शामिल थे।
झांकी निकालने के पीछे यह कारण माना जाता है कि हमारे देश में इतनी विविधताएं होने के बावजूद भी हम देश के हर रंग और उत्सव में अपनी भागीदारी निहित करते हैं।