स्वदेशी रुप से डिजाइन और विकसित किए गए लाइट काम्बैट हेलीकाप्टर के पहले जत्थे को आज भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया है।
राजस्थान के जोधपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की मौजूदगी में स्वदेशी हेलिकॉप्टरों को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया।
सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लद्दाख और रेगिस्तानी क्षेत्र में हेलिकॉप्टरों को बड़े पैमाने पर तैनात किया जाएगा।
इसमें लगा इंजन हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है, जिसका नाम Turbomeca Shakti-1H1 और Turboshaft है जो इसको 1032 kW की ताकत देता है।
लाइट काम्बेट हेलीकाप्टर यानि LCH हेलीकाप्टर का वजन बिना हथियारों के करीब 2250 किग्रा है। जबकि इसमें 1750 किग्रा वजन के हथियारों को लोड किया जा सकता है।
इस हेलीकाप्टर की अधिकतम गति 330 किमी प्रतिघंटा है। हथियारों के साथ एक बार में ये करीब 550 किमी की दूरी तय कर सकता है।
ये 5 हजार मीटर की ऊंचाई पर भी उड़ सकते हैं। इस ऊंचाई का सीधा सा अर्थ है कि सियाचिन जैसे इलाकों में भी इसकी आसानी से पहुंच हो जाएगी।
इस हेलीकाप्टर में मिसाइल एप्रोच वार्निंग सिस्टम लगा है जो इसकी तरफ आने वाली मिसाइल के लिए जानकारी देता है।
इस हेलीकाप्टर से राकेट दागे जा सकते हैं। इसके अलावा इसमें HELINA/Dhruvastra Quad Pack Configuration को भी दागा जा सकता है।
दो पायलट वाले इस हेलीकाप्टर की लंबाई करीब 52 फीट है। चौड़ाई की बात करें तो ये करीब 15 फीट और ऊंचाई करीब 15 फीट है।