हार्ट अटैक को साइलेंट तब माना जाता है, जब यह बिना किसी लक्षण के आ जाए।
इस मामलें में लक्षण इतने हल्के होते हैं, कि उस पर ध्यान नहीं जाता।
साइलेंट हार्ट अटैक भी दिल के दौरे की तरह ही होता है, लेकिन यह उससे कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान मरीज को किसी तरह के संकेत नहीं मिलते।
ऐसे में आइए जानते हैं कि साइलें हार्ट अटैक के क्या-क्या लक्षण होते हैं।
सीने में जकड़न, सीने में दर्द, सीने में भारी दबाव, हाथों, गर्दन और जबड़े में तेज दर्द और अचानक सांस फूलना, दिल के दौरे के आम संकेत हैं, जो आमतौर पर साइलेंट हार्ट अटैक में नहीं देखे जाते।
इसलिए यह संकेत अगर हल्के भी हैं, तो भी इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मरीज को फौरन अस्पताल ले जाना चाहिए।
साइलेंट हार्ट अटैक का जाखिम उन लोगों में बढ़ जाता है, जो स्मोक करते है और जो मोटापे से पीड़ित हैं।
इसके अलावा वे लोग जो हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर और डायबिटीज जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं।