इस त्योहार में महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं और भगवान सूर्य और माता छठ की पूजा करती हैं।
सूर्य षष्ठी व्रत के कारण इसे छठ कहा जाता है, जो पूरे चार दिन तक चलता है।
उत्तर प्रदेश और खासकर बिहार में मनाया जाने वाला यह पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है, जो पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है।
इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है, जो डूबते और उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होती है।
छठ पर्व की शुरुआत कैसे हुई इसके पीछे कई ऐतिहासिक कहानियां प्रचलित हैं।
एक मान्यता के अनुसार छठ पर्व की शुरुआत महाभारत काल में हुई थी, सबसे पहले सूर्यपुत्र कर्ण ने सूर्य की आराधना कर पूजा की थी।
परंपरा के अनुसार सूर्य देव और छठी मईया का संबंध भाई-बहन का है, इसलिए छठ के अवसर पर सूर्य की पूजा फलदायी मानी जाती है ।