आज हम आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने आखिरी बॉल में टीम को जीत दिलाई।
शारजाह में 1986 में खेलते हुए जावेद मियांदाद ने चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर पाकिस्तान को भारत के खिलाफ जीत दिलाई थी।
मुकाबला साल 1999 में न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था। इसमें न्यूजीलैंड ने 191 रन बनाए थे।
मैच में दक्षिण अफ्रीका को जीतने के लिए आखिरी बॉल में 6 रन चाहिए थे। टीम के प्लेयर लांस क्लूजनर ने डियोन नैश की गेंद पर छक्का जड़कर मैच जिताया।
जिंबाब्वे के ब्रेंडन टेलर ने बांग्लादेश के मशरफे मुर्तजा की अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाई थी, जो कि 2006 में खेला गया था।
श्रीलंका के खिलाफ 2008 में वेस्टइंडीज को अंतिम दो गेंद पर जीतने के लिए 10 रन चाहिए थे।
चन्द्रपॉल ने पांचवीं गेंद पर चौका और अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाई और बॉलिंग चमिंडा वास कर रहे थे।
श्रीलंका में हुई निदहास ट्रॉफी के फाइनल मैच में दिनेश कार्तिक ने छक्का जड़कर टीम को खिताब दिलाया था।
इस टी20 मैच में दिनेश कार्तिक ने आतिशी पारी खेलते हुए महज 8 गेंद पर नाबाद 29 रन बनाए थे। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।