गणेश चतुर्थी का पर्व धूम-धाम से मनाया गया। यह पर्व गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाता है।
गणेश जी का जन्म गणेश चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। गणेश जी का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक रहा है, उनके जीवन से हम बहुत सारी सीख ले सकते हैं।
गणेश जी के जीवन से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनाया जा सकता है। गणेश जी के जीवन की ये सीख आप अपने बच्चों को जरूर दें।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार माता पार्वती व भगवान शिव ने गणेश जी व कार्तिकेय जी को 3 बार पृथ्वी की परिक्रमा करने का निर्देश दिया। इस पर कार्तिकेय तुरंत अपने वाहन पर सवार होकर निकल पड़े।
हालांकि गणेश जी ने ऐसा नहीं किया, उन्होंने 3 बार माता पार्वती और भगवान शिव का चक्कर लगाया और कहा कि मेरी दुनिया माता-पिता ही हैं। इससे यह सीख मिलती है कि संसार में माता-पिता से बढ़कर कोई नहीं।
गणेश जी का वाहन एक छोटा सा जीव चूहा है। इससे यह सीख मिलती है कि हमेशा छोटे लोगों और गरीब लोगों का सम्मान करना चाहिए तथा उनके प्रति दया का भाव रखना चाहिए।
गणेश जी के जीवन से कभी हार न मानने की प्रेरणा मिलती है। एक बार व्यास जी गणेश जी को महाभारत कथा सुना रहे थे, तभी उनकी स्याही सूख गई। तब गणेश जी ने बाकी की कहानी लिखने के लिए ऋषि को अपना दांत दे दिया, जिससे उन्हें कोई परेशानी न हो।
इससे यह सीख ली जा सकती है कि जीवन में कभी हार न माने, विषम परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करें।
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