अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो इस आसन का अभ्यास करें। यह आसन आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद करता है।
नटराजासन के अभ्यास में शरीर की अच्छी स्ट्रेचिंग हो जाती है जिससे शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है।
नटराजासन के अभ्यास से तनाव कम करने में मदद मिलती है। रोजाना इस आसन को करने से डिप्रेशन के लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलती है।
यह आसन आपकी रीढ़, कंधों और हैमस्ट्रिंग को फ्लेक्सिबल और स्ट्रॉन्ग बनाता है। बैक पैन की समस्या भी दूर होती है।
यह आपके पेट के अंदरूनी अंगों की मसाज करता है जिससे ये अंग अपना काम बेहतर तरीके से कर पाते हैं साथ ही इससे पाचन भी सही रहता है।
लो ब्लड प्रेशर, साइटिका, स्पाइन से जुड़ी समस्या होने पर और प्रेग्नेंसी में भी इस आसन को करना अवॉयड करें।
धनुरासन, उत्तानासन, वृक्षासन, व्रजासन, उष्ट्रासन, गोमुखासन, वीरभद्रासन इनका अभ्यास कर लें तो नटराजआसन का अभ्यास आसन हो जाएगा।