भगवान शिव के लिए सोमवार का दिन रखा गया है। इस दिन शिव जी की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है।
उम्र के हिसाब से मोक्ष की प्राप्ति होना यह शुभ है लेकिन अकाल मृत्यु संसार का सबसे बड़ा दुख माना जाता है।
वेद पुराणों में बताया गया है कि भगवान शिव के महाकाल स्वरूप की पूजा करने से आने वाले अकाल मृत्यु के खतरे को टाला जा सकता है।
अगर आप महामृत्युंजय के मंत्रों का इस तरह से जाप करते हैं तो भोलेनाथ प्रसन्न होकर लंबी आयु का वरदान दे सकते हैं।
ॐ त्र्यम्बक यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धन्म। उर्वारुकमिव बन्धनामृत्येर्मुक्षीय मामृतात् !!
मंत्र का जाप दोपहर 12 बजे से पहले करें। इसके बाद मंत्र के जाप से फल की प्राप्ति नहीं होती और सोमवार के दिन ही मंत्र का जाप करना चाहिए।
अगर आप घर पर इस मंत्र का जाप कर रहे हैं तो पहले शिवलिंग की पूजा करें। उसके बाद मंत्र का जाप करें।
मंत्र जाप शुरू करने से पहले सन्ना आदि से निवृत्त हो जाएं और भगवान शिव के समक्ष महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
इसके बाद शिवलिंग के समक्ष खड़े होकर अपनी श्रद्धा अनुसार मंत्रों के जाप का संकल्प लें।