ग्रह-नक्षत्रों का व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे योगों के बारे में भी बताया गया है। जिनके कुंडली में बनने से व्यक्ति को विशेष लाभ प्राप्त होता है।
ऐसा ही एक योग है, जिसे मालव्य योग कहते हैं। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र उसकी राशि के पहले, चौथे, सातवें या दसवें घर में यानी वृषभ और तुला में या उच्च राशि मीन में स्थित होता है, तो मालव्य योग बनता है।
शुक्र ग्रह को धन का कारक ग्रह माना जाता है। ऐसे में जब कुंडली में यह योग बनता है, तो व्यक्ति को धन और समृद्धि प्राप्त होती है।
मिथुन राशि वाले लोगों की कुंडली में मालव्य राजयोग बन सकता है। जिससे इन्हें सुख-सुविधाएं और विलासिता की प्राप्ति होगी।
आप कोई नया वाहन आदि भी खरीद सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। निवेश से अच्छा लाभ प्राप्त होगा। परिवार में किसी बड़े आयोजन के होने से खुशियां आएंगी।
आपको आर्थिक लाभ मिल सकता है। आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल मिल सकता है। वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहेगा। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिलेगा। धन लाभ हो सकता है।
आप अपने परिवार के साथ बेहतरीन पल बिताएंगे। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। नई नौकरी के प्रस्ताव आ सकते हैं।
जीवन में कोई बड़ा बदलाव होगा। इस अवधि में मेहनत का पूरा फल प्राप्त होगा। परिवार का सहयोग मिलेगा।
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