आखिर आंखें बंद करके क्यों जपना चाहिए मंत्र? जानें


By Farhan Khan11, Apr 2024 10:00 AMjagran.com

मंत्रों का जाप करना

हिन्दू धर्म में यह माना गया है कि मंत्रों का जाप करने से जीवन में सकारात्मकता आती है। हालांकि मंत्रों का जाप करते समय कुछ नियमों का जरूर ध्यान देना चाहिए।

आंख बंद कर मंत्र का जाप करना

इनमें से एक नियम है कि मंत्रों का आंख बंद कर जाप करना चाहिए। ऐसा क्यों किया जाता है आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

होती है दिव्य ऊर्जा

शास्त्रों में बताया गया है कि मंत्र का जाप करते समय आंखों का बंद रखना बहुत जरूरी है। मंत्रों में दिव्य ऊर्जा होती है, जिसमें बहुत तेज होता है।

ऊर्जा झेलना मुश्किल

आंख खोलकर मंत्रों का जाप करने से झेलना मुश्किल हो जाएगा। इसके तेज को ग्रहण करने के लिए आंखों का बंद रखना जरूरी है, जिससे शरीर की एकाग्रता इसको ग्रहण कर सके।

भंग होता है ध्यान

आंखें खुली होने पर हमारी एकाग्रता भंग होती रहती है, जिससे ध्यान नहीं लग पाता है। मंत्रों के जाप का फल भी इस कारण नहीं मिल पाता है।

भगवान में ध्यान लगाना

यही कारण है कि आंखों को बंद कर मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे भगवान में ध्यान जल्दी लग जाता है।

मन होता है चंचल

आंख बंद कर मंत्रों का जाप करने से ध्यान आसानी से लग जाता है। मन बहुत चंचल होता है। वह आंख खुली होने पर इधर-उधर भागने लगता है।

गायत्री मंत्र का जाप करें

शास्त्रों में बताया गया है कि किसी भी मंत्र के जाप से पहले 'ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्' गायत्री मंत्र का जप जरूर करें।

ऐसे में इस बात का खासतौर से ध्यान रखें कि जब भी मंत्रों का जाप करें तो आपकी आंखें बंद हो। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com

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