हिंदू धर्म में कई ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिनका उच्चारण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा आ जाती है। इसके लिए इन मंत्रों का जप करना चाहिए।
त्वमेव माता च पिता त्वमेव,त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव। त्वमेव विद्या च द्रविणं त्वमेव,त्वमेव सर्वम् मम देवदेवं।। इस मंत्र के जप से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है।
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥ इस मंत्र का जप करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यह बुद्धि को उजाला भी प्रदान करता है।
आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर। दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तुते॥ इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन में सफलता मिलती है।
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं। विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्। इस मंत्र का जप करने से भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जा सकता है।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्, वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥ यह मंत्र सांसारिक बाधाओं को दूर करके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश कराता है।
ओम गं ऋणहर्तायै नमः अथवा ओम छिन्दी छिन्दी वरैण्यम् स्वाहा। भगवान गणेश के इस मंत्र का उच्चारण करने से कर्ज से छुटकारा मिलती है।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।। महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।
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