हिन्दू पंचांग के अनुसार, 22 मार्च 2023 बुधवार से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका है। जिसका समापन 30 मार्च को होगा।
पवित्र शक्ति पीठ पूरे भारत के अलग-अलग स्थानों में स्थापित हैं। कुछ शक्तिपीठ विदेशों में भी हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन किया गया है।
यह शक्तिपीठ वृंदावन में भूतेश्वर महादेव मंदिर के पास है। मान्यता है यहां पर देवी के केशों का गुच्छ और चूड़ामणि गिरी थी। यह मंदिर उमा देवी मंदिर के नाम से काफी प्रसिद्ध है।
पौराणिक मान्यता है चित्रकूट के पास रामगिरि स्थान पर माता सती का वक्ष गिरा था। यहां पर कुछ लोग माता को शिवानी भी कहते हैं।
यह शक्तिपीठ वाराणसी में मणिकर्णिका घाट के पास स्थित है। उत्तर प्रदेश के इस स्थान पर माता सती की मणिकर्णिका गिरी और वे विशालाक्षी और मणिकर्णी रूप में प्रसिद्ध हुईं।
इस शक्तिपीठ का कोई वास्तविक स्थान ज्ञात नहीं है लेकिन मान्यता है कि यहां पर माता की निचली दाढ़ गिरी थी, जिसका नाम पड़ा वाराही।
यहां पर माता सती का हस्तांगुल गिरा था। मान्यता है कि पवित्र संगम में स्नान के पश्चात इस महाशक्तिपीठ में दर्शन-पूजन से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।