हिंदू धर्म में माघ माह का विशेष महत्व होता है। इस मास में स्नान दान करने का विधान बताया गया है। आइए जानते हैं कि मौनी अमावस्या कब है?
इस स्नान करना बेहद फलदायी माना जाता है। गंगा में स्नान करने के बाद दान-पुण्य किया जाता है। इससे जीवन में आने वाली परेशानी दूर होने लगती है।
इस बार मौनी अमावस्या 9 फरवरी को है। यह तिथि 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर 10 फरवरी को सुबह 4 बजकर 28 मिनट समाप्त होगी।
इस दौरान सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। यह योग सुबह 7 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर रात 11 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। लोग सुबह स्नान दान कर सकते हैं।
मौनी अमावस्या के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि मौनी अमावस्या पर बोलने की मनाही होती है।
मौनी अमावस्या के दिन सुबह गंगा में स्नान करके सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए। इस दौरान आप बहते जल में काला तिल प्रवाहित कर सकते हैं।
मौनी अमावस्या के दिन गंगा में स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से आय में वृद्धि होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली भी आती है।
इस दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। मौनी अमावस्या पर तिल का लड्डू, तिल का तेल और कंबल का दान करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
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