एलन मस्क द्वारा Twitter का अधिग्रहण करने के बाद से ही यह मंच सुर्खियों में है। उपभोक्ता नये सीईओ द्वारा किए जा रहे बदलावों की वजह से नाखुश दिखाई दे रहे हैं।
अब उपभोक्ता मास्टोडन, कू जैसे माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म की तलाश में हैं और इन प्लेटफार्म पर यूजर्स की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है।
यह स्वदेशी एप ट्विटर का अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। ट्विटर की तरह यह भी न्यूज और ओपिनियन शेयरिंग माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म है। इसे ट्विटर का भारतीय वर्जन भी कह सकते हैं।
इन दिनों ट्विटर के विकल्प के तौर पर मास्टोडन की भी खूब चर्चा है। यह विकेंद्रीकृत ओपन-सोर्स इंटरनेट नेटवर्किंग प्लेटफार्म 2016 में शुरू हुआ था।
टंबलर काफी समय से हमारे बीच मौजूद है। यह भी ट्विटर का एक विकल्प हो सकता है। ट्विटर के अधिग्रहण के बाद इसके यूजर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है।
काउंटरसोशल या कोसो एक ऐसा प्लेटफार्म है, जिसमें कई यूनिक फीचर्स मिलते हैं। इनमें फाइल ट्रांसफर, इमरजेंसी रेडियो ट्रैफिक, कोसो टीवी, एन्हांस्ड प्राइवेसी मोड के साथ-साथ कोसो रिलम्स नामक वीआर भी है।
यह इंटरनेट नेटवर्क प्लेटफार्म अभी अपने शुरुआती चरण में ही है, लेकिन इसकी चर्चा भी इन दिनों खूब हो रही है। इसका यूजर इंटरफेस टंबलर और फेसबुक जैसा दिखता है।