सांपों को भगवान शिव का आभूषण कहा जाता है, भारत में नागपंचमी के दिन सांपो की पूजा भी की जाती है।
भारत में सांपों की करीब 275 प्रजातियां पाई जाती हैं। जो किसी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक हैं।
भारत में पाई जाने वाली अधिकतर प्रजातियां जलरीली नहीं होती हैं। लेकिन कुछ प्रजातियां इतनी जहरीली होती हैं, जिनका जहर कुछ ही मिनट में इंसान को मार सकता है।
ऐसे ही भारत में पाई जाने वाली सांपों की दिलचस्प प्रजातियों के बारे में जानना अहम होगा होगा। जानते हैं सबसे जहरीले सांपों के बारे में.....
इस प्रजाती के सर्प अधिकतर दक्षिण भारत के जंगलों में ही पाए जाते हैं, यह दुनिया का सबसे बड़ा जहरीला सांप है। इसमें कार्डियोटॉक्सिक और न्यूरोटॉक्सिक जहर होता है।
यह भारत में सबसे अधिक पाया जाने वाला सांप है। इसे नाग के नाम से भी जाना जाता है। इसके काटने से आंखों के सामने अंधेरा और सांस लेने में समस्या होती है। इसके डसने से भारत में 30 प्रतिशत लोग मरते हैं।
इस प्रजाती के सर्प काफी आम होते हैं, लेकिन प्राय: यह तमिलनाडु के जंगलों में पाया जाता है। इसके काटने से काफी पीड़ा होती है और इसका जहर रक्त को जमा देता है।
यह भारत के सभी इलाकों में पाया जाने वाला सर्प है। इसका जहर रक्त के थक्के जमाने वाले तत्वों पर हमला करता है और दांतों, मसूढ़ों से खून बहने लगता है।
इस प्रजाति के सर्पों के काटने से नींद आती है और श्वसनतंत्र काम करना बंद कर देता है। इसकी औसत लंबाई 4 फीट तक होती है।
इस प्रजाति के सर्प भारत के दक्षिणी और पश्चिमी पहाड़ी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इसमें हीट सेंसिग सिस्टम होता है, जिससे आसपास की गर्मी को महसूस करता है। इसके काटने के मामले काफी कम आते हैं।