मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन को अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा, जिसमें मुख्य उद्यान, टेरेस उद्यान, लॉन्ग उद्यान या परदा उद्यान और वृत्ताकार उद्यान मौजूद हैं।
अमृत उद्यान का डिजाइन ताजमहल के बगीचों और जम्मू-कश्मीर के बगीचों से प्रेरित है, इसी वजह से इसका नाम मुगल गार्डन पड़ा था।
अमृत उद्यान में ट्यूलिप और 159 किस्म के गुलाब मौजूद हैं, जिसमें काले, नीले और हरे इत्यादि रंग के फूल होते हैं।
इन फूलों के नाम मशहूर लोगों के नाम पर रखे गए, जिनमें मदर टेरेसा, राजा राममोहन रॉय, मिस्टर लिंकन, जॉन एफ कैनेडी, जवाहर इत्यादि शामिल हैं।
उद्यान में करीब 50 किस्मों के पेड़, झाड़ियां और लताएं मौजूद हैं। जिनमें मौलश्री वृक्ष, गोल्डन रेन ट्री, टार्च ट्री समेत कई अन्य शामिल हैं।
अमृत उद्यान का इतिहास 95 साल पुराना है। सर एटविन लुटियंस ने साल 1917 में अमृत उद्यान का डिजाइन तैयार किया था, जिसके बाद साल 1928 से 1929 के बीच इसमें पौधे लगाने काम शुरू किया गया।
आम लोगों के लिए उद्याग फरवरी से लेकर मार्च के बीच में खुलता है, जहां पर आप भी सुंदर फूलों का दीदार कर सकते हैं।