उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर 11 अक्टूबर को पंचतत्व में विलीन हो गया।
मुलायम सिंह यादव समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच 'नेताजी' के नाम से लोकप्रिय थे।
सैफई की परंपरा के अनुसार मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन नहीं होगा।
रीति-रिवाजों के अनुसार 21 अक्टूबर को शुद्धिकरण हवन होगा।
शुद्धिकरण हवन के बाद महोत्सव पंडाल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
अंत्येष्टि स्थल से चुनी गईं अस्थियों को एक कलश में एकत्र करके सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया है, इन अस्थियों को हरिद्वार में विसर्जित किया जाएगा।
सैफई गांव में नेताजी की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाएगी।