यह मंदिर एलोरा में स्थित है। इसका निर्माण 8वीं शताब्दी में किया गया था। सावन के महीने में इस मंदिर में जाकर शिव का आशीर्वाद ले सकते हैं।
यह मंदिर भगवान की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा के लिए जाना जाता है। मूर्ति के पास 20 मंजिला मंदिर का निर्माण किया गया है जो भगवान शिव को समर्पित है।
सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र के किनारे स्थित है। यहां सावन में भक्तों की भारी भीड़ रहती है।
यह भुनेश्वर का सबसे बड़ा मंदिर है। इसका निर्माण सोमवंशी राजवंश ने कराया था। इस मंदिर में दर्शन के लिए सावन के महीने को पवित्र माना जाता है।
यह शिव मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित है। ऐसा कहा गया है कि जो व्यक्ति यहां अंतिम सांस लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन शहर में स्थित है। यहां पर होने वाली भस्म आरती को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। आप सावने के महीने में महाकाल के दर्शन कर सकते हैं।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के नासिक में स्थित है। यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिगों में से सबसे प्रसिद्ध माना जाता है। यह मंदिर काले पत्थर का बना हुआ है।
यह रामेश्वरम में स्थित सबसे मशहूर शिव मंदिर है। भगवान राम ने रावण को मारने के बाद यहीं पर शिव जी की पूजा की थी। सावन में इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।
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