गर्दन और कंधे का दर्द कई कारणों से हो सकता है। सामान्य तौर पर यह भारी मेहनत करने या कुछ इंज्यूरी हो जाने के कारण होता है।
अगर गर्दन और कंधे का दर्द लगातार लगातार कई दिनों से हो रहा है या दवा खाने के बाद भी आराम नहीं मिलती है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
कभी भी शोल्डर और नेक पेन को हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं कि नेक और शोल्डर पेन किसी बीमारी का संकेत हो सकते हैं।
गर्दन या कंधे में दर्द का सबसे बड़ा कारण मांसपेशियों में खिंचाव या चोट लगना है। इससे गर्दन या कंधे के सॉफ्ट टिशू फटने लगते हैं जिसके कारण गर्दन और कंधे में दर्द होने लगता है।
इसके साथ ही आपको सिर दर्द और मसल्स में सूजन की तरह होने लगती है। कुछ दिनों में दवा खाने के बाद यह सही भी हो जाता है।
आमतौर पर यह 60 साल की उम्र के बाद होता है। इसमें गर्दन की स्पाइनल डिस्क फट जाती है जिसके कारण गले में स्टीफनेस आ जाती है।
यह एक तरह से अर्थराइटिस की तरह है जिसमें गर्दन में बहुत दर्द होता है। ज्यादा दिनों तक ऐसा रहने से बीमारी काफी गंभीर हो जाती है।
कभी-कभी सोने की पोजीशन में गड़बड़ी के कारण गर्दन की नसें इधर से उधर हो जाती है। इस कारण गर्दन और कंधे में काफी दर्द होने लगता है।
इसके साथ ही यह हार्ट अटैक का भी संकेत हो सकता है। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com