हम अपने बड़े बुजुर्गों से इस बात को हमेशा सुनते चले आ रहे हैं कि शाम के समय झाड़ू न लगाएं, चौखट पर न बैठे, नाखून न काटे जैसी कई चीजों नहीं करनी चाहिए।
बड़े बुजुर्गों की बात को अधिकतर अनसुना कर देते हैं कि ऐसा कुछ नहीं होता है। वहीं शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त के बाद वातावरण में सबसे ज्यादा नकारात्मक ऊर्जा फैली होती है।
ऐसे में सूर्यास्त के बाद बिल्कुल भी कुछ कामों को नहीं करना चाहिए। इससे तरक्की के साथ सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है।
सूर्यास्त के बाद बिल्कुल भी नाखून, बाल, दाढ़ी आदि नहीं काटनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति कभी भी कर्ज से छुटकारा नहीं पा पाता है।
सूर्यास्त के बाद पेड़ पौधों को न छूना चाहिए और न ही पानी देना चाहिए। क्योंकि वह सो जाते हैं। ऐसे में उन्हें छूना या पत्तियां तोड़ने से वह नाराज हो जाते हैं।
शास्त्रों के अनुसार, सूर्यास्त के बाद कपड़ों को न धो चाहिए और न ही सुखाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
गरुण पुराण के अनुसार, सूर्यास्त के बाद कभी भी अंतिम संस्कार नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से वह व्यक्ति परलोक में कई कष्टों का सामना करना है।
सूर्यास्त के बाद कभी भी दूध, दही, पनीर, चीनी, नमक, आदि का दान नहीं करना चाहिए। इस समय पैसो के लेन-देन से भी बचना चाहिए।
अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com