RBI Repo Rate: आरबीआई का तोहफा, रेपो रेट में नहीं होगा बादलाव


By Ashish Mishra06, Oct 2023 05:04 PMjagran.com

भारतीय रिजर्व बैंक

आरबीआई की तरफ से हर दो महीने के बाद तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक की जाती है। आइए जानते हैं कि इस बार रेपो रेट को कितना रखा गया है?

फेस्टिवल सीजन

आरबीआई फेस्टिवल सीजन में ग्राहकों की सुविधा के लिए एक बैठक की। इसमें देश की आर्थिक स्थिति और महंगाई को लेकर फैसले लिए गए।

आरबीआई गवर्नर का एलान

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया। अब पहले की तरह ही रेपो रेट को रखा गया है।

रेपो रेट में बदलाव

कई विशेषज्ञों को मानना था कि वैश्विक कारणों को देखते हुए रेपो रेट को स्थिर किया जा सकता है। वहीं, आरबीआई ने इसे 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने का फासला लिया है।

रेपो रेट क्या है?

यह केंद्रीय बैंक की तरफ से देश के अन्य बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज का रेट होता है। इस रेट पर बैंक ग्राहकों को कर्ज देता है।

रेपो रेट कम होने का मतलब

केंद्रीय बैंक रेपो रेट को कम करने के फैसला लेता है तो बैंक ग्राहकों को कम ब्याज पर होम और व्हीकल जैसे लोन प्रदान करना है।

एमपीसी क्या है?

यह देश में महगाई और विकास को कंट्रोल करने में सहायता करता है। एमपीसी के संचालन की जिम्मेदारी आरबीआई के पास है।

एमपीसी बैठक के अध्यक्षता

इस बैठक में 6 सदस्य होते हैं। इस बैठक में आरबीआई गवर्नर के निर्णय को माना जाता है और वहीं इसकी अध्यक्षता भी करते हैं।

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