हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त देखना शुभ माना जाता है, शास्त्रों के अनुसार शुभ मुहूर्त में किया गया कार्य भी शुभ फल देता है।
हर महीने में 5 दिन ऐसे होते हैं जिनमें किसी भी तरह के शुभ कार्य करना वर्जित होता है, इन 5 दिनों को पंचक के नाम से जाना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार आज से नवंबर माह में पंचक शुरू हो गया है, जो 7 नवंबर को समाप्त होगा।
2 नवंबर 2022 बुधवार को दोपहर 2 बजकर 16 मिनट से पंचक शुरू होकर, 7 नवंबर 2022 सोमवार को सुबह 12 बजकर 4 मिनट पर समाप्त होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, उत्तर भाद्रपद और रेवती नक्षत्र पांच नक्षत्रों का एक पूरा समूह है, जब धनिष्ठा से शुरू होकर रेवती नक्षत्र में समाप्त होता है, तो इसे पंचक कहा जाता है।
पंचांग के अनुसार पंचक का नाम वार के अनुसार रखा गया है जिसका अपना अर्थ है।
इन पांच दिनों में वाद-विवाद, न्यायालय के निर्णय, निर्माण कार्य, यात्रा, अंतिम संस्कार करना अशुभ माना जाता है।