पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु स्वयं निवास करते हैं। इसलिए पितृ पक्ष में पीपल के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है और उन्हें पितृ दोष से मुक्ति भी प्राप्त होती है।
शास्त्रों के अनुसार बरगद के पेड़ में भगवान शिव वास करते हैं। पितृ पक्ष में इस पेड़ की पूजा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और व्यक्ति को पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि बेल के पेड़ की पूजा करने से जिन परिजनों की मृत्यु समय से पूर्व हो चुकी है उन्हें भी मृत्युलोक से मुक्ति मिल जाती है।
हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को सबसे पवित्र माना गया है। मान्यता यह भी है कि पितृ पक्ष में इस पौधे को लगाने से पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
शमी के पौधे को शनि देव का पौधा माना जाता है। मान्यता यह भी है कि इस पौधे को घर में लगाने से सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती हैं और इससे पितर प्रसन्न होते हैं।
अशोक का पौधा अपने आस-पास से सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर कर देता है। इसलिए पितृ पक्ष में इस पौधे को लगाने से व्यक्ति को बहुत लाभ होता है और ऐसा करने से पितर भी प्रसन्न होते हैं।