प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से सांसद चुने गए थे।
पीएम मोदी के सांसद चुनने के बाद से ही वाराणसी शहर का नये सिरे से कायाकल्प होना शुरू हो गया।
पीएम मोदी के प्रयासों और विकास योजनाओं के बदौलत ही बनारस का यह नया रूप दुनिया के सामने आया है। ऐसे में आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
भारत का पहला जलीय पोत के लिए मल्टी मोडल टर्मिनल काशी में खुला। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं धार्मिक नगरी में पहले जलीय पोत व कंटेनर का स्वागत किया।
मोदी ने यहां देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू किया। इसके अलावा वाराणसी- दिल्ली के बीच महामना एक्सप्रेस और कैंट व मंडुवाडीह स्टेशन का सौंदर्यीकरण किया।
पीएम ने गोमाता की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु मूलभूत सुविधाओं का उद्घाटन किया। काशी में गोमाता की सुरक्षा एवं आश्रय के लिए 102 गौ आश्रय केंद्र खुले।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक का काशी में उद्घाटन एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकार्पण किया गया। काशी में स्थापित 63 फुट लम्बी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का भी अनावरण हुआ।
काशी में 430 बेड का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन कराया गया जो कोविड महामारी के समय में लड़ाई में सहायक बना।
यातायात, पुलिस प्रबंधन प्रणाली एवं मेडिकल इमरजेंसी के लिए एकीकृत कमांड और कंट्रोल सेंटर, स्मार्ट निगरानी सुनिश्चित करने के लिए शहर के 720 महत्वपूर्ण स्थानो पर 3,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।