वेल्स की राजकुमारी डायना, रॉयल खानदान की सबसे पॉपुलर शख्सियत थीं। न सिर्फ ब्रिटेन बल्कि दुनिया भर के लोग उन्हें बेहद पसंद करते थे। डायना की सक्रियता और ग्लैमर ने उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय आइकन बना दिया।
1992 में प्रिंस चार्ल्स (जो अब किंग चार्ल्स तृतीय हैं) से अलग होने के बाद, उनके चाहने वालों ने डायना को 'दिल की रानी' कहना शुरू कर दिया था। डायना के एलीगेंस और खूबसूरती के चर्चे दुनिया भर में थे।
हालांकि, क्या आप जानती हैं कि प्रिंसेस डायना भी त्वचा की एक स्थिति से जूझ रही थीं। इसे रोज़ेशिया कहा जाता है, जिसमें स्किन लाल हो जाती है और छोटे दानों भी हो जाते है।
यह त्वचा से जुड़ी एक स्थिति है, जो लंबे समय तक परेशान करती है, खासतौर पर चेहरे को। इससे पिंपल्स, सूजन और छोटे-छोटे दाने चेहरे पर रहते ही हैं।
क्योंकि डायना रोज़ेशिया से लंबे समय से जूझ रही थीं, इसलिए उन्हें ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी सोच समझकर करना पड़ता था।
डायना अपनी त्वचा को लेकर सचेत थीं। उनकी मेकअप आर्टिस्ट मैरी ग्रीनवेल ने बताया था कि वह हमेशा सोने से पहले मेकअप उतारती थीं, चेहरे को साफ करती थीं। साथ ही मेकअप करने से पहले चेहरा ज़रूर साफ करती थीं।
ग्रीनवेल के मुताबिक, प्रिंसेस डायना क्लेंज़िंग, टोनिंग और मॉइश्चराइज़िंग का पालन दिन में दो बार करती थीं। सीरम के साथ वह सनब्लॉक का इस्तेमाल करना नहीं भूलती थीं।
त्वचा की इस तकलीफदेह स्थिति के बावजूद प्रिंसेस डायना की खूबसूरती में कोई कमी नहीं थी!