हिन्दू धर्म में दैनिक पूजा-पाठ को विशेष महत्व है। मान्यता है कि देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है, साथ ही उनकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
शास्त्रों में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन व्यक्ति को देव उपासना के दौरान निश्चित रूप से करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पूजा के दौरान व्यक्ति छोटी सी गलती बड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है।
भगवान कि उपासना शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपका तन और मन शुद्ध हो। इसके साथ शांत मन से की गई भगवान की उपासना से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है।
पूजा-पाठ से पहले पूजा स्थल को एक बार जरूर साफ कर लें। इसके साथ-साथ साफ कपड़े से फोटो को भी पोंछ लें। यदि घर में भगवान की प्रतिमाएं हैं तो उन्हें स्नान जरूर कराएं।
भगवान की पूजा में जल्दबाजी बिलकुल न करें। संसार की सभी चिंताओं को भूलकर भगवान की उपसना करें। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान की पूजा केवल 5 मिनट करें, लेकिन शुद्ध और स्थिर मन से करें।
पूजा के समय एक दीपक जरूर प्रज्वलित करें। साथ ही एक साफ कलश में आचमन के लिए जल भर लें। ऐसा करने से पूजा के समय पंचतत्व मौजूद रहते हैं।
देवी-देवताओं की पूजा करते समय सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा अवश्य करें। ऐसा इसलिए क्योंकि शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रथम देवता बताया गया है।