कृष्ण भक्ति में रमी पूजा सिंह नामक युवती ने 'ठाकुरजी' से ही शादी रचा ली।
इस अनोखी शादी में गवाह के रुप में तीन सौ बाराती थे। जिनकी मौजूदगी में मंत्रोच्चारणों और मंगल गीत के बीच पूजा ने ठाकुरजी के साथ सात फेरे लिए और चंदन से अपनी मांग भरी।
शादी में पिता के शामिल नहीं होने पर पूजा की शादी की सभी रस्में उसकी मां ने निभाई ।
राजनीतिक विज्ञान में एमए कर चुकी तीस साल की पूजा ने भगवान कृष्ण यानी ठाकुरजी को उसी तरह अपना सर्वस्व मान लिया, जिस तरह मीरां बाई ने भगवान कृष्ण को खुद को समर्पित कर दिया था।
मध्यप्रदेश में सिक्योरटी एजेंसी संचालक की बेटी पूजा अपनी शादी को लेकर उत्साहित हैं। उसका कहना है कि अब वह ताउम्र सुहागन रहेंगी। भगवान अजन्मे हैं और उनकी मौत नहीं हो सकती।
पूजा बताती है कि उसने अपने ननिहाल में तुलसी विवाह देखा था। उसी दौरान उसने तय कर लिया कि वह भगवान श्रीकृष्ण के रुप ‘ठाकुरजी’ से शादी करेगी। वह पहले से ही भगवान कृष्ण के प्रति समर्पित थी।
पूजा बताती हैं कि अब वह किसी युवक से शादी नहीं करेंगी। वह बताती हैं कि उनके लिए रिश्ते आते रहते थे, किन्तु उसका मन नहीं मानता था।