माना जाता है कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों का जाप करने से हर मनोकामना पूरी होती है। हम आपको इन्हीं चौपाइयों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
मनोकामना पूर्ति और कष्टों के निवारण के लिए इस चौपाई का 108 बार जाप करें। कवन सो काज कठिन जग माहीं। जो नहिं होइ तात तुम पाहीं।।
यदि आप अपने परिवार पर देवी लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो इस चौपाई का जाप करें। जिमि सरिता सागर मंहु जाही। जद्यपि ताहि कामना नाहीं।। तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं। धर्मशील पहिं जहि
यदि आप संपत्ति पाना चाहते हैं, तो रामचरितमानस की इस चौपाई का जाप करें। जे सकाम नर सुनहि जे गावहि। सुख संपत्ति नान विधि पावहि।।
किसी भी प्रकार की परेशानी के निवारण के लिए रामचरितमानस की इस चौपाई का जाप कर सकते हैं। दीन दयालु विरद संभारी। हरहु नाथ मम संकट भारी
यदि आप परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास होना चाहते हैं तो इस चौपाई का जाप कर सकते हैं। जेहि पर कृपा करहि जनु जानी! कवि उर अजिर नचावहि बानी!! मोरि सुधारिहि सो सब भांति! जासु कृपा नहि कृपा अघाति!!
लक्ष्मी की प्राप्ति और रोजगार में तरक्की के लिए इस चौपाई की हर रोज एक माला पढ़ें। जिमि सरिता सागर मंहु जाही! जद्यपि ताहि कामना नाहीं!! तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं! धर्मशील पहिं जहि सुभाएं!!
अगर आपके विवाह में लगातार समस्या आ रही है तो 108 बार इस चौपाई का जाप करें। तब जन पाई बसिष्ठ आयसु ब्याह! साज सँवारि कै! मांडवी, श्रुतकी, रति, उर्मिला कुँअरि लई हंकारि कै!!
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