सूजी में विटामिन बी3 जिसे नियासिन के नाम से भी जाना जाता है की भरपूर मात्रा पाई जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, नियासिन की आवश्यक मात्रा से बैड कोलेस्ट्रोल को आसानी से कम किया जा सकता है।
वजन घटाने में फाइबर रिच फूड बहुत अहम भूमिका निभाते हैं, इनके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिससे ओवरइटिंग से बचा जा सकता है। इसलिए आप ब्रेकफास्ट में उपमा, अप्पे, चीला जैसे ऑप्शन्स को शामिल करें।
सूजी में आयरन की भी मात्रा मौजूद होती है। आयरन की कमी से एनीमिया (खून की कमी) की वजह बन सकती है जिससे कई तरह की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
सूजी में डाइटरी फाइबर मौजूद होता है जो ग्लाइसेमिक कंट्रोल का काम कर सकती है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
सूजी में जिंक, मैग्नेशियम, विटामिन बी6 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो माइक्रोन्यूट्रिएंस की तरह काम करते हैं और इम्यून सिस्टम को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने में मदद करते हैं।
इसमें फॉस्फोरस भी मौजूद होता है, तो ज्यादा सेवन से शरीर में फास्फोरस की मात्रा बढ़ सकती है, जो किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए बहुत नुकसानदेह हो सकता है।
सूजी से आप उपमा, चीला, उत्तपम, अप्पे जैसे हेल्दी ब्रेकफास्ट बना सकते हैं। डेजर्ट में आप इससे खीर, हलवे, लड्डू तैयार कर सकते हैं।