भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश उत्सव मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 19 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन गणेश जी की पूजा,अर्चना की जाती है।
इस दिन कुछ लोग व्रत का पालन भी करते हैं। माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से भक्तों के जीवन के संकट दूर होते हैं।
सुबह उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर घर के मंदिर की साफ-सफाई करें और फिर ईशान कोण में एक चौकी पर नया वस्त्र रखें।
इस दिन लोग गणेश जी की प्रतिमा घर में स्थापित करते हैं और पूजा करते हैं। ऐसा करने से सभी बिगड़े काम पूरे होते हैं।
इस दिन गणेश जी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए और गणेश जी को मोदक से भोग लगाना चाहिए।
गणेश जी का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा के बाद गणेश चालीसा का पाठ करें। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं।
गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने के बाद रोज सुबह-शाम पूजा करें और पूजा के बाद आरती का पाठ अवश्य करें।
गणेश चतुर्थी के दस दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन होता है। इस साल गणेश विसर्जन 28 सितंबर को किया जाएगा।
आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com