हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का अत्यधिक महत्व होता है, यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
प्रदोष व्रत हर महीने में 2 बार होता है, यह व्रत कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है।
माघ महीने के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत आज है। इस दिन लोग व्रत का पालन करते हैं और भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों का जाप करते हैं।
प्रदोष व्रत का पाठ करने से भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सौभाग्य मिलता है, इसके साथ ही यह व्रत करने से सारी परेशानियां दूर होती हैं।
इस दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिव जी को समर्पित मंत्र और स्तुति का पाठ करें, ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होकर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की पूजा करते समय शिव रूद्राष्टकम का पाठ जरूर करना चाहिए, इस दिन इसका पाठ करने से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं।
इस स्तोत्र का जाप करने से सभी शत्रुओं का नाश होता है, ऐसा कहा जाता है कि त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने रावण का वध करने के लिए इस स्तोत्र का पाठ किया था।
प्रदोष व्रत के दिन दान का बहुत महत्व है, इस दिन जरूरतमंद लोगों को वस्त्र और भोजन का दान करें, इससे सभी काम पूरे होते हैं और व्रत का शुभ फल मिलता है।
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