इस दौरान पितरों की पूजा करना शुभ माना जाता है। इससे कई परेशानियां दूर होने लगती हैं। आइए जानते हैं कि पितृ दोष दूर करने के लिए कौन से उपाय करने चाहिए?
इस दोष के होने पर कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। इससे आपके बने काम भी खराब होने लगते हैं।
कुंडली में पितृ दोष होने पर आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है। इससे परिवार के सदस्यों का रोजगार भी खत्म हो सकता है।
अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है तो अपने माता-पिता की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करें। ऐसा करने से पितृ दोष खत्म होने लगता है।
पितृ पक्ष में रोजाना नियमित रूप से स्नान करने के बाद जल में काला तिल और जौ मिलाकर दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके अर्घ्य देना चाहिए। इससे पितृ दोष दूर होने लगता है।
पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए गंगाजल में काला तिल और बेलपत्र मिलाकर शिव जी का अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से दोष खत्म होता है और पितरों का आशीर्वाद मिलने लगता है।
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि भगवान पुराण का पाठ करने से पितर प्रसन्न होते हैं। इसके साथ पितृ दोष भी दूर होता है।
पितृ पक्ष में पिंडदान करने का विशेष महत्व होता है। इससे पितर प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
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