न्याय के देवता शनि देव माने जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यदि शनि महाराज किसी से प्रसन्न हो जाते हैं तो उसे मनवांछित फल देते हैं।
शनि की कृपा जिन लोगों पर बरसती है। उसके जीवन में कभी कंगाली नहीं आती। ऐसे व्यक्ति के घर में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहती है।
यदि शनिदेव कुपित हो जाए तो वो राजा को रंक बना देते हैं। शनिदेव की क्रूर दृष्टि इंसान से रातों रात सब छीन लेती है।
जीवन में ऐसा कोई भी काम करने से बचना चाहिए जिससे शनिदेव नाराज हो जाए और आपके घर में मुसीबतों के काले बादल मंडराने लगे।
आज हम ऐसे ही कुछ कार्य के बारे में बताएंगे, जिसे करने से शनिदेव बुरी तरह से नाराज हो जाते हैं।
अगर जातक के ऊपर साढ़े साती चल रही है तो ऐसे में तामसी भोजन करने से बचना चाहिए क्योंकि शनिदेव तामसी भोजन बिल्कुल पसंद नहीं करते थे।
जातकों को इस दिन अंडा, मीट, मछली या किसी और तरह का मांस खाने से परहेज करें। तामसी भोजन की जगह सात्विक भोजन कर सकते हैं।
शनिवार को शराब का सेवन बिल्कुल न करें। यदि आप फिर भी सेवन करते हैं तो शनिदेव आपसे रूठ जाएंगे और धीरे धीरे आपके जीवन में परेशानियां बढ़ने लगेंगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार को दही और मसूर की दाल खाने से भी बचना चाहिए। इसके अलावा तीखा खाना खाने से भी बचें।