शनि रेखा को भाग्य रेखा के नाम से जाना जाता है। हस्तरेखा शास्त्र में शनि पर्वत और शनि रेखा का बहुत महत्व है।
जिसके भी हाथ में शनि रेखा होती है वह बहुत भाग्यशाली होते हैं। ऐसे व्यक्ति के पास धन की कभी कमी नहीं होती।
शनि रेखा मणिबंध यानी हाथ के मध्य भाग से शुरू होती है और शनि पर्वत तक जाती है।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार अगर शनि रेखा ना हो लेकिन कोई अन्य रेखा गुरु पर्वत से निकलकर शनि पर्वत तक जाए तो ऐसे लोग भी जीवन में खूब पैसा कमाते हैं।
अगर कलाई के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर शनि रेखा पर्वत तक जाए तो ऐसी लंबी शनि रेखा वाले व्यक्ति कम उम्र में ही करोड़पति बन जाते है।
यदि शनि रेखा बीच में टूटी या कटी हुई होती है तो ऐसे में व्यक्ति को संघर्ष देखना पड़ता है।
शनि रेखा के शुभ फल के लिए व्यक्ति को शनिवार को काला तिल, लोहा, काला कंबल आदि शनि पदार्थों का दान करना चाहिए।
शनि मंत्र जप करना चाहिए और यदि आप शनिवार के दिन शमी के पेड़ की पूजा करते हैं तो इससे भी लाभ मिलता है।
अध्यात्म से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहे jagran.com