एक रुपए का सिक्का लेकर सरसों के तेल से एक बिंदी बनाएं और बिना किसी से बात किए शनि मंदिर में रख आएं। ऐसा करने से रुके हुए काम दोबारा शुरू हो जाएंगे
शनिवार के दिन एक मुट्ठी काले तिल लेकर बहते जल में प्रवाहित कर दें और शनि देव की विधिवत पूजा करें। ऐसा करने से आपको लाभ मिलेगा।
सुबह जल्दी उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि कर लें। इसके बाद एक कटोरी में सरसों का तेल भरकर अपना चेहरा देखें। इसके बाद किसी को दान कर दें। ऐसा करने से शनिदेव जल्द प्रसन्न होते हैं।
शनिवार के दिन सुबह के समय पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें। इसके साथ ही शाम को पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
शनि की साढ़े साती और ढैय्या को कम करने के लिए घोड़े की नाल से बना छल्ला पहनना भी लाभकारी होगा।
मंगलवार और शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं। इससे लाभ मिलेगा।