शारदीय नवरात्रि अश्वविन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होते हैं। इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरूआत 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है।
नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की जाती है और माता रानी के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 14 अक्टूबर को रात 11 बजकर 24 मिनट से शुरू हो रही है। इसलिए उदयातिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू होंगी।
इस दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
नव दुर्गा के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है, इस दिन विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा की जाती है।
इस साल 22 अक्टूबर को दुर्गाष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन हवन का विशेष महत्व है।
इस दिन कन्या पूजन किया जाता है। कन्याओं को भोजन के लिए बुलाकर उनको दान दिया जाता है।
नवरात्रि के समापन के अगले दिन दशहरा पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध किया था। यह पर्व बुराई पर अच्छाई का प्रतीक पर्व माना जाता है।
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