एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। सावन महीने की एकादशी का महत्व और भी अधिक है।
इस साल इसका व्रत 13 जुलाई को रखा जाएगा। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से बुरे कर्मों से मुक्ति मिलती है।
एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस वर्ष यह गुरूवार को पड़ रहा है। गुरुवार का दिन भी भगवान विष्णु को समर्पित है, इस वजह से इस वर्ष इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
12 जुलाई शाम 5 बजकर 59 मिनट से इसका शुभारंभ हो रहा है और 13 जुलाई को शाम 6 बजकर 24 मिनट पर पूर्ण होगा।
सुबह स्नानादि करके मंदिर में दीप जलाएं, भगवान विष्णु का गंगाजल से अभिषेक करें। पुष्प और तुलसी भगवान को अर्पित करें।
व्रत का संकल्प लें और भगवान की आरती करें और फिर भोग लगाएं। भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय है इसलिए भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें।
भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा, अर्चना करें। इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी।
पूरे दिन भगवान का स्मरण करें और मन को स्वच्छ रखें। मन में गलत विचार न लाएं।
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