शास्त्रों में स्वर्ग और नर्क की बात की गई हैं। जिस तरह मनुष्य नौ माह के बाद होता है। ठीक इसी तरह व्यक्ति के मौत के ठीक नौ माह पहले से कुछ संकेत दिखते हैं।
यह संकेत मृत्यु के संकेत माने जाते हैं। ऐसे में आइए इन संकेतों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जब व्यक्ति की मृत्यु आने वाली होती है, तो हथेली में मौजूद रेखाएं हल्की और अस्पष्ट हो जाती है।
जब व्यक्ति की मृत्यु नजदीक आती है तो उसे अपने आसपास कुछ सायों के होने का एहसास होने लगता है। कई लोगों को अपने पूर्वज ही नजर आने लगते हैं।
यदि अचानक से उठते, बैठते या फिर सफर करते समय आंखों के सामने अचानक अंधेरा सा छा जाता है तो यह भी मृत्यु का संकेत है।
अगर किसी व्यक्ति को पानी, तेल, शीशा या फिर अपनी ही परछाई अजब तरह की दिखने लगे, तो समझ लें कि मृत्यु के कुछ ही माह शेष है।
अगर व्यक्ति खुद को गधे में सवार होकर यात्रा करते हुए देखता है, सपने में मृत या पूर्वज व्यक्ति को देखना आदि भी मृत्यु के करीब आने के संकेत हो सकते हैं।
गरुड़ पुराण के अनुसार जब व्यक्ति की मृत्यु बिल्कुल नजदीक आ जाती है, तो व्यक्ति को करीब बैठा इंसान भी नजर नहीं आता है।
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